आज अगर आपका व्हाट्सएप भारी मात्रा में देशभक्ति संदेश और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं के कारण हैंग हो जाये तो कोई चिंता की बात नहीं। इसके पीछे का कारण 370 का कश्मीर से हटना और अनुमानित आज़ाद कश्मीर का इंटीग्रेशन है जो कि ज्यादातर भारतीयों की आज़ादी के समय से प्रतीक्षित मांग थी। जो धर्म के आधार पर देश के विभाजन से सहमति नही रखते है। यह न तो आरएसएस की कट्टरता है न ही हिंदू धर्म द्वारा नस्लवाद की परिकल्पना बल्कि यह विविध भारत की एक अटूट एकता है। कश्मीरयों के लिए परेशान लोगों को थोड़ा धैर्य रखना होगा। अगर भारत और इसकी अर्थव्यवस्था अरबों नेपालियों और बांग्लादेशियों को अपना सकता है तो यह निश्चित रूप से कश्मीरियों को भी नजरअंदाज नहीं करेगा। नहीं हमें एक और पाकिस्तान जैसे आतंकवाद को बेचनेवाला मुस्लिम बहुल राज्य की आवश्यकता नहीं है हम अपने विविध हिंदुस्तान के साथ ठीक हैं।
Today, if your WhatsApp hangs due to huge amount of patriotic messages and greetings of Happy Independence Day, then there is nothing to worry about it. The simple reason behind this is the withdrawal of Article 370 from Kashmir and the presumed integration of Azad Kashmir, which was the much awaited demand by most of Indians right from the time of independence. They never had been agreed with the division of the country on the basis of religion. This is neither a radical ideology of RSS nor the idea of racism by Hinduism but it is an unbreakable unity of diverse India. People bothered for Kashmiris will have to be a little patient. If India and its economy can embrace billions of Nepalis and Bangladesis, then it will not ignore the Kashmiris either. No, we do not need another Pakistan, a terrorist exporting Muslim dominated state. We are fine with our diverse India.